यह कहानी उन दिनों महिलाओं की शक्ति भी दिखाती है... यह कहानी उन दिनों महिलाओं की शक्ति भी दिखाती है...
आगे आने वाला समय पढे़ लिखे लोगों का ही है, पढ़ लिख लेगी तो कल को अपने पैरों पर खड़ी हो पाएगी...! आगे आने वाला समय पढे़ लिखे लोगों का ही है, पढ़ लिख लेगी तो कल को अपने पैरों पर खड़...
शायद होगा भी नहीं जब तक हम इन दो शब्दो को स्त्री होने का पर्याय मानते रहेंगे। शायद होगा भी नहीं जब तक हम इन दो शब्दो को स्त्री होने का पर्याय मानते रहेंगे।
किसी को कुछ कहने से पहले 10 बार सोचे। किसी को कुछ कहने से पहले 10 बार सोचे।
महिला सशक्तिकरण समाज सुधार की प्रमुख आवश्यकता है क्योंकि हम महिलाएं समाज की रीढ़ हैं। महिला सशक्तिकरण समाज सुधार की प्रमुख आवश्यकता है क्योंकि हम महिलाएं समाज की रीढ़...
इस काव्यपंक्ति में नारी का प्रतिरूप ही बेटी है,वह श्रद्धा और विश्वास सम है! इस काव्यपंक्ति में नारी का प्रतिरूप ही बेटी है,वह श्रद्धा और विश्वास सम है!